महाशिवरात्रि: श्री महाकालेश्वर मंदिर में तैयारियां अंतिम चरण में, प्रशासन ने की विशेष व्यवस्थाएं, 1600 पुलिस जवानों की तैनाती; 200 सीसीटीवी कैमरे और 3 ड्रोन से होगी कड़ी निगरानी

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
महाशिवरात्रि में अब बस दो दिन बाकी हैं और उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। भक्तों की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन पूरी सतर्कता से व्यवस्था जुटा रहा है। इस वर्ष 8 से 10 लाख श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं के कड़े इंतजाम किए हैं। 1600 पुलिस जवानों की तैनाती के साथ-साथ 200 सीसीटीवी कैमरे और 3 ड्रोन से पूरे क्षेत्र की निगरानी होगी।
साथ ही मंदिर परिसर और आसपास के तीन किलोमीटर के दायरे में बैरिकेड्स लगाए जाएंगे। हर 200 मीटर पर पीने के पानी की विशेष व्यवस्था होगी, ताकि भक्तों को किसी तरह की परेशानी न हो। अधिकारियों का दावा है कि इस बार श्रद्धालुओं को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। दर्शन की प्रक्रिया इतनी सुव्यवस्थित होगी कि हर भक्त को लगभग डेढ़ घंटे में भगवान महाकाल के दर्शन हो जाएंगे। इसके लिए प्रशासन विशेष मार्गों और लाइन-मैनेजमेंट पर काम कर रहा है।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के अनुसार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष बैरिकेडिंग, पार्किंग, जूता स्टैंड, चिकित्सा सुविधा, पेयजल व्यवस्था, खोया-पाया केंद्र और प्रसाद काउंटर की व्यवस्था की गई है। वहीं, एसपी प्रदीप कुमार शर्मा के अनुसार, श्रद्धालुओं को कर्कराज पार्किंग से प्रवेश दिया जाएगा और बैरिकेड्स में आने के बाद 1 से 1.25 घंटे में दर्शन कराए जाएंगे।
इसके अलावा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पूरे मार्ग पर छाया, अस्थायी प्याऊ, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और अस्थाई फायर स्टेशन बनाए गए हैं। पार्किंग की समुचित व्यवस्था की गई है, जहां इंदौर, देवास, मक्सी, आगर, बड़नगर, नागदा रोड से आने वाले वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थल निर्धारित किए गए हैं। दर्शन व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए प्रशासन ने विशिष्ट, अतिविशिष्ट और मीडिया कर्मियों के लिए अलग-अलग प्रवेश मार्ग तय किए हैं।
महाशिवरात्रि पर श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन व्यवस्था
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं के सुचारू दर्शन के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। इस बार सामान्य और विशेष दर्शन मार्गों को सुव्यवस्थित किया गया है, ताकि भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
- सामान्य दर्शन व्यवस्था: श्रद्धालु गंगोत्री गार्डन, चारधाम के सामने, शक्तिपथ और त्रिवेणी संग्रहालय के गेट से प्रवेश कर नंदी द्वार, महालोक, मानसरोवर भवन, फेसिलिटी सेंटर-1, नवीन टनल, कार्तिक मंडपम् और गणेश मंडपम् से होते हुए महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर सकेंगे। दर्शन के बाद बड़ा गणेश मंदिर, हरसिद्धि चौराहा और झालरिया मठ के रास्ते बाहर निकलने की व्यवस्था होगी।
- शीघ्र दर्शन: इस बार ₹250 के शीघ्र दर्शन की सुविधा अस्थायी रूप से बंद रखी गई है। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से शीघ्र दर्शन का विकल्प उपलब्ध नहीं रहेगा। अवंतिका द्वार (गेट नंबर 1) और गेट नंबर 4 से श्रद्धालुओं का प्रवेश नहीं होगा।
- भस्म आरती: केवल पूर्व-पंजीकृत श्रद्धालुओं को ही मानसरोवर भवन और गेट नंबर 1 से प्रवेश दिया जाएगा। जिन श्रद्धालुओं को भस्म आरती के लाइव दर्शन करने की इच्छा हो, उनके लिए विभिन्न स्थानों पर बड़ी LED स्क्रीन लगाई जाएंगी, जिससे वे भस्म आरती का दिव्य अनुभव प्राप्त कर सकें।